प्रदेश में अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या 153.16 लाख (जनगणना 2011 के अनुसार) जो कि राज्य की कुल जनसंख्या का 21.10 प्रतिशत है, इस प्रकार मध्यप्रदेश देश का ऐसा राज्य है, जहाँ हर पांचवा व्यक्ति अनुसूचित जनजाति वर्ग का है। इन वर्गों के कल्याण एवं विकास को सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश की आयोजना मद का 21.10 प्रतिशत हिस्सा अनुसूचित जनजाति उपयोजना की अवधारणा के तहत पृथक से प्रावधानित किया जाता है। अनुसूचित जनजातियों के लिए विभिन्न विकास विभागों द्वारा तैयार की जाने वाली योजनाओं तथा उनके लिए निर्धारित बजट का नियन्त्रण भी विभाग के पास है।
अधिक पढ़ेंE-Pragati Digital Learning Management System का प्रयोग ऑनलाइन शिक्षा के रूप में किया जाता है।
यह शिक्षा प्रदान करने और प्राप्त करने की शैली में सुधार कर रहा है। COVID-19 के प्रकोप के एक वर्ष के साथ, ई-लर्निंग ने शिक्षा क्षेत्र को बदलकर इस क्षेत्र में मजबूती से अपनी जगह बना ली है।
वीडियो और स्लाइड के माध्यम से शिक्षक वहां सामग्री दिखा सकते हैं
छात्र किसी भी समय शैक्षिक सामग्री का उपयोग कर सकते हैं
शैक्षिक सामग्री को विभिन्न वर्गों के लिए अलग-अलग श्रेणियों में अच्छी तरह से व्यवस्थित किया जाता है और छात्रों को वहां आत्म गति से सीखने की सुविधा प्रदान की जाती है।